Dosti Shayari in Hindi | सच्ची दोस्ती शायरी | Shayari on dosti in hindi | Hindi dosti shayari | दोस्ती शायरी दो लाइन
Dosti Shayari in Hindi – दोस्ती शायरी इन हिंदी
सभी रिश्ता एक दिन खत्म हो जायेगा
एक दोस्ती ही है जो मौत तक साथ निभाएगा
दोस्ती दिखावे से नहीं
एहसास से मज़बूत होती है
वो दोस्त दोस्त नहीं हो सकता
जो तुम्हारे काण्ड में खड़ा नहीं हो सकता
Dosti Shayari in Hindi
यहाँ फड़फड़ाते हैं फंदों में फँसे लोग,
मात्र मात्राओं में लिपटे रहे छंदों में फँसे लोग..
हम बेवकूफों संग बेवकूफियाँ कर सुलझ गए,
उलझे हैं आज भी अक़्लमंदों में फँसे लोग…
कुछ लोग पानी के भाव रक्त बेचा करते हैं,
चंदन के मोल में हर दरख़्त बेचा करते हैं,
वक्त खुदा है, सबको बदल देता है फिर भी,
ये घड़ी विक्रेता कम्पनी बना के वक्त बेचा करते हैं
दोस्ती में विश्वास जहां है
जिंदगी में हर पल खुशी वहां है
एक ही यार बनाया मैंने पूरी जिंदगी में
क्योंकि लाख यार भी मुसीबत के वक्त
काम नहीं आते हैं अगर याराना झूठा हो।
Dosti Shayari in Hindi
उसने ही तो बचाया है मुझे हर मुसीबत से
वहीं तो हर सुख-दुख में साथ खड़ा रहा
जिंदगी में रिश्ते कम ही कमाएं
लेकिन लाखों में एक यार से
बढ़कर एक यार मैंने पाएं।
हर बात पर टोकना
हर परीक्षा में एकसाथ
चीटिंग करना
टीचर से डांट खाना
एक तू ही तो साथ था मेरे।
हर नई चीज़ सही
लगती है
मगर दोस्त पुराने ही
अच्छे लगते है।
जब साथ कोई न दे
तो हमें आवाज देना
दौड़कर चले आएंगे
और तुम्हारे सारी
परेशानियां दूर कर जाएंगे।
मुझे आज भी याद है कि
जब चवन्नी थी मेरे हाथ में
तब तूने अठन्नी देकर दोस्ती
का हाथ बढ़ाया था और आज
मैं ये करोड़ों की संपत्ति हमारी
दोस्ती के नाम करता हूं।
Hindi Dosti Shayari
एक चाहत है तेरे साथ
जीने की ए-दोस्त
वरना मरना अकेले ही है
ये तो मुझे भी पता है।
तेरे साथ बिताए खुशी
के पल याद है
गर्मियों की छुट्टी में
पूरी दोपहर खेलना
नदी में गोते लगाने
सब सुनहरे पल आज
भी याद है।
दोस्त तो वो है
जो हमें लाख बुराईयां
देखने पर भी हमें
अपनाएं और
दूसरों के मुंह से हमारे
लिए लाख बुराई सुनने पर
उसका खून खोल जाएं।
Hindi Dosti Shayari
सच्चा यार वहीं जो
पीठ पीछे भी वैसा हो
जैसा कि आपके सामने
वरना पीठ में खंजर घोपने वाले
तो बहुत यार मिले हैं।
ए खुदा अपनी अदालत में
मेरी ज़मानत रखना
मैं रहूं न रहूं
मेरे दोस्तों को सलामत
रखना।
गिरा दूंगा हर वो दीवार
जो हमारी दोस्ती के बीच आएगी
इस दोस्ती की उम्र ज़रा लम्बी है
साथ अभी बाकी है।
तू तो बिल्कुल नहीं बदला
आज भी वैसा ही पागल है
जैसे पहले था।
लिखा था आज राशि में
आज खजाना मिलेगा
गली से जब बाहर निकला
तो दोस्त पुराना मिल गया।
लाख बुराईयां में करे
ज़माना मेरी
पर जो एक लफ्ज़ भी
यार के खिलाफ सुन लिया
तो अच्छा नहीं होगा।
Hindi Dosti Shayari
एक वक्त था जब
परिवार ने भी मेरी
बातों पर भरोसा करना
छोड़ दिया था
जमाना भी ताना मार था
मगर ए-दोस्त तूने मुझे
परखे बिना हरदम साथ दिया।
वो भी क्या दिन थे
जब एक-दूसरे के कंधे पर
हाथ रखकर स्कूल जाया
करते थे।
तेरे बिना जीने का सवाल ही
पैदा नहीं होता है
जब बचपन साथ बिताया है
तो मरेंगे भी साथ में ही।
Dosti Shayari in Hindi
इस जिंदगी में और
दोस्तों-यारों की लिस्ट में
तेरा नाम सबसे ऊपर है
क्योंकि एक तू ही है जो
मेरा साथ मेरी औकात
देखकर नहीं देता है।
तेरे जैसा दोस्त हो
तो दुश्मन से लड़ने की
हिम्मत आ जाती है
और ये दुनिया तो बहुत छोटी है
तेरी यारी के आगे
तेरे लिए तो हम दुनिया से लड़ जाएंगे।
तू मेरा साथ तब था
जब मैं मंजिल पर पहुंचने की
तैयारी कर रहा था
अब मेरी कामयाबी पर हक भी
तेरा ही है, मिलकर ऊंचाई की
सीढ़ियां चढ़ेंगे।
मुस्कराहट का कोई मोल नहीं होता,
कुछ रिश्तों का कोई तोल नहीं होता,
लोग तो मिल जाते है हर मोड़ पर,
हर कोई आप की तरह अनमोल नहीं होता।
मुस्कुराना ही ख़ुशी नहीं होती,
उम्र बिताना ही ज़िन्दगी नहीं होती,
दोस्त को रोज याद करना पड़ता है,
दोस्ती कर लेना हीं दोस्ती नहीं होती।
तुम सदा मुस्कुराते रहो यह तमन्ना है हमारी,
हर दुआ में मांगी है बस खुशी तुम्हारी,
तुम सारी दुनिया को दोस्त बना कर देख लो,
फिर भी महसूस करोगे कमी हमारी।
गम को बेचकर खुशी खरीद लेंगे,
ख्वाबो को बेचकर जिन्दगी खरीद लेंगे ,
होगा इम्तहान तो देखेगी दुनिया,
खुद को बेचकर आपकी दोस्ती खरीद लेंगे।
गीत की जरुरत महफ़िल में होती है,
प्यार की जरुरत हर दिल में होती है,
बिना दोस्त के अधूरी है जिंदगी,
क्योंकि दोस्त की जरुरत हर पल में होती है।
दोस्ती का शुक्रिया कुछ इस तरह अदा करूँ,
आप भूल भी जाओ तो मैं हर पल याद करूँ,
खुदा ने बस इतना सिखाया हैं मुझे,
कि खुद से पहले आपके लिए दुआ करूँ।
दोस्ती दर्द नहीं खुशियों कि सौगात है,
किसी अपने का ज़िन्दगी भर का साथ है,
ये दिलो का वो खूबसूरत एहसास है,
जिसके दम से रोशन ये सारी कायनात है।
एक चिंगारी अंगार से कम नहीं होती,
सादगी श्रृंगार से कम नहीं होती,
ये तो अपनी-अपनी सोच का फर्क है,
वर्ना दोस्ती भी किसी प्यार से कम नहीं होती।
लाख बंदिशे लगा ले दुनिया हम पर,
मगर हम दिल पर काबू नहीं कर पाएंगे,
वो लम्हा आखिरी होगा ज़िन्दगी का हमारा,
जिस दिन हम यार तुझ को भूल जायेंगे।
हर पल की दोस्ती का इरादा है आपसे,
अपनापन ही कुछ ज्यादा है आपसे,
साथ रहेंगे आपके उम्र भर के लिए,
हमेशा दोस्ती निभाएंगे वादा है आपसे।
तुम्हारी दुनिया से जाने के बाद,
हम एक तारे में नजर आया करेंगे,
तुम हर पल कोई दुआ मांग लेना,
और हम हर पल टूट जाया करेंगे।
ज़िन्दगी नहीं हमे दोस्तों से प्यारी,
दोस्तों के लिए हाजिर है जान हमारी,
आँखों में हमारी आँसू है तो क्या,
खुदा से भी प्यारी है मुस्कान तुम्हारी।
जीने की उसने हमें नयी अदा दी है,
खुश रहने की उसने हमें दुआ दी है,
ऐ खुदा उसको खुशियाँ तमाम देना,
जिसने अपने दिल में हमें जगह दी है।
लाखों की हँसी तुम्हारे नाम कर देंगे,
हर खुशी तुम पर कुर्बान कर देंगे,
जिस दिन हो कमी मेरी दोस्ती में बता देना,
उस दिन ज़िन्दगी को आखिरी सलाम कह देंगे।
कुछ तो बात है तेरी फितरत में ऐ दोस्त,
तूझे याद करने की खता हम बार बार न करते।
दोस्तों से बिछड़ के यह एहसास हुआ, ग़ालिब,
थे तो कमीने लेकिन रौनक भी उन्ही से थी।
Dosti Shayari in Hindi
उम्मीद ऐसी हो जो जीने को मजबूर करे,
राह ऐसी हो जो चलने को मजबूर करे,
महक कम न हो कभी अपनी दोस्ती की,
दोस्ती ऐसी हो जो मिलने को मजबूर करे।
वो दिल क्या जो मिलने की दुआ न करे,
तुम्हे भूल कर जियूं ये खुदा न करे,
रहे तेरी दोस्ती मेरी ज़िन्दगी बन कर,
ये बात और है ज़िन्दगी वफ़ा न करे।
जब आपकी पलकों पर रह जाये कोई,
आपकी साँसों पर नाम लिख जाये कोई,
चलो वादा रहा भूल जाना हमें,
अगर हमसे अच्छा दोस्त मिल जाये कोई।
दोस्त ज़िन्दगी का चाँद होता है,
दिल ज़मीन का आसमान होता है,
बदनसीब वो होते हैं जिनका कोई दोस्त नहीं,
क्योंकि दोस्त तो धड़कते दिल की जान होता है।
Dosti Shayari in Hindi
तन्हाई सी थी दुनिया की भीड़ में,
सोचा कोई अपना नहीं तकदीर में,
एक दिन जब दोस्ती की आपसे तो यूँ लगा,
कुछ ख़ास था मेरे हाथ की लकीर में।
लोग कहते हैं ज़मीन पर किसी को खुदा नहीं मिलता,
शायद उन्हें दोस्त कोई तुम सा नहीं मिलता,
किस्मत वालों को ही मिलती है पनाह किसी के दिल में,
यूँ हर शख्स को तो जन्नत का पता नहीं मिलता।
Dosti Shayari in Hindi
हर खुशी से खूबसूरत तेरी शाम कर दूँ,
अपना प्यार और दोस्ती तेरे नाम कर दूँ,
मिल जाये अगर दोबारा ये ज़िन्दगी ऐ दोस्त,
हर बार ये ज़िन्दगी तुझ पे कुर्बान कर दूँ।
जिक्र हुआ जब खुदा की रहमतों का,
हमने खुद को खुश नसीब पाया,
तमन्ना थी एक प्यारे से दोस्त की,
खुदा खुद दोस्त बनकर चला आया।
कुछ गैर ऐसे मिले, जो मुझे अपना बना गए,
कुछ अपने ऐसे निकले, जो गैर का मतलब बता गए।