Rahat Indori Best Shayari in हिन्दी | राहत इंदौरी शायरी | Rahat Indori Poetry | हिन्दी Rahat Indori Quotes | Rahat Indori Shayari in Hindi
(डॉक्टर राहत इंदौरी जी का जन्म 1 जनवरी 1950 को इंदौर में रफ्तुल्लाह कुरैशी और मकबूल उन निशा बेगम के यहां हुआ था । राहत जी ने अपनी शुरुवाती ज़िन्दगी में कई कष्ट उठाए है उनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी ।राहत इंदौरी जी ने 10 साल के उम्र में ही साइन चित्रकारी का काम शुरू कर दिया था ।
इस्लामिया करिमिया कॉलेज इंदौर से 1973 में अपनी स्नातक कि पढ़ाई की । आगे चलकर शुरुवाती दौर में इंद्रकुमार कॉलेज इंदौर में उर्दू साहित्य का अध्यापन कार्य शुरू किया ।
राहत इंदौरी जी उर्दू शायर थे साथ ही साथ एक गीतकार भी थे ।
लेकिन कोरोनाकाल में राहत जी कोरोनावायरस की चपेट में आ गए थे जिससे 11 अगस्त 2020 को उनका निधन हो गया । )
Rahat Indori Best Shayari in Hindi | राहत इंदौरी दोस्ती शायरी
मैंने अपनी खुश्क आँखों से लहू छलका दिया,
इक समंदर कह रहा था मुझको पानी चाहिए
नए किरदार आते जा रहे हैं
मगर नाटक पुराना चल रहा है
मैं आखिर कौन सा मौसम
तुम्हारे नाम कर देता
यहां हर एक मौसम को
गुज़र जाने कि जल्दी थी
Click Here for >> Best Javed Akhtar Shayari in Hindi
बोतलें खोल कर तो पी बरसो
आज दिल खोल कर भी पी जाए
सूरज सितारे चांद मेरे सात में रहे
जब तक तुम्हारे हात्त मेरे हाथ में रहे
दोस्ती जब किसी से को जाए
दुश्मनों की भी राय ली जाए
सरहदों पर तनाव है क्या
ज़रा पता करो चुनाव है क्या
शहरों में तो बारुदो का मौसम है
गांव चलो अमरूदों का मौसम है
मैं आ कर दुश्मनों में बस गया हूं
यहां हमदर्द है दो चार मेरे
मिरी ख्वाहिश है कि
आंगन में न दीवार उठे मिरे
भाई मेरे हिस्से की जमी तू रख ले
दोस्ती जब किसी से की जाये
दुश्मनों की भी राय ली जाए
बोतलें खोल के तो पि बरसों
आज दिल खोल के पि जाए
अगर अनारकली हैं सबब बगावत का
सलीम हम तेरी शर्ते कबूल करते हैं