
सादगी से अपना किरदार बयां
करना छोड़ दो , क्योंकि
लोगों को मिर्च-मसाले से पूर्ण
अफवाहें ज्यादा पसंद है।

ये शब्दों का खेल
असल में भावनाओं का
मेल है

जिसे तुम मेरा ego समझते हो
वो मेरे लिए मेरी Self Respect है

सिर्फ दिल टूटा है
सांसें नहीं
धड़कनों में रवानगी अभी
बाकी है!
प्यार का किस्सा खत्म हो गया तो क्या हुआ
जिंदगी की कहानी अभी बाकी है।

दांव पर सबकुछ लगा है
रूक नहीं सकते
टूट सकते हैं
लेकिन झुक नहीं सकते।

संघर्षों से लिखी है दास्तां
कामयाबी के चिरागों से
बुझ जाऊँ वो चिराग
नहीं हूं मैं।

जिंदगी में एक बात
समझ आ गई कि
बदले से ज़्यादा
बदलने में मजा है।

जितना बदल सकता था
बदल लिया खुद को
अब जिसे तकलीफ है
वो अपना रास्ता नाप लें।

वक्त और खेल
कैसे बदलना है
ये हमें अच्छे से
आता है।

आप बस पैसा
साथ रखो
वक्त और लोग
आपके साथ रहेंगे
क्योंकि कोई आपकी
मेहनत नहीं
हैसियत से पहचानेगा।

मुकाम तक पहुंचना
हमें आता है
क्योंकि ये मुकाम किसी
की सिफारिश नहीं बल्कि
खुदकी मेहनत से हासिल
किया है।

सिर्फ दो लोगों के सामने
ही सर झुकता है मेरा
एक मां-बाप और
दूजा भोलेनाथ
बाकी तो लोगों की
अकड़ हम अपने
कदमों में रखते हैं।

मंजिल से जरा कह दो
अभी पहुंचा नहीं हूं मैं
रास्ते में मुश्किलें जरूर है
मगर ठहरा नहीं हूं मैं।