प्रस्तावना
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी का सपना था भारत एक स्वच्छ भारत बने जिसके लिए वो खुद साफ सफाई किया करते है उनका कहना था ” स्वच्छता स्वतंत्रता से ज्यादा जरूरी है “
स्वतंत्र भारत स्वच्छ भारत भी होना चाहिए था I
बापू के सपने को पूरा करने के लिए भारत सरकार द्वारा स्वच्छ भारत अभियान 2 अक्टूबर को राष्ट्रीय स्तर पर शुरू किया गया ।
जिससे ग्रामीण से लेकर शहरों में स्वच्छता के प्रति अधिक से अधिक लोगो को जागरूक कर सके। लोग अपने घरों के साथ साथ आस पास की भी सफाई रखें । अभी तक के अभियानों में सबसे ज्यादा लोकप्रिय अभियान स्वच्छ भारत अभियान ही रहा है ।
Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi
परिचय
बापू का सपना होगा साकार
जल्द ही होगा भारत साफ़
यह अभियान वैसे तो 1999 से चल रहा था जिसे पहले ग्रामीण स्वच्छता अभियान के रूप में जाना जाता था । जो की सिर्फ ग्रामीण क्षेत्रों में साफ सफाई के लिए ही चल रहा था असल मायने में देखा जाए तो गंदगी पूरे देश में ही है तो सिर्फ ग्रामीण जगहों को साफ़ करने से कुछ अच्छा सुझाव नहीं मिल पा रहा था इसलिए 24 सितंबर 2014 में इस अभियान को स्वच्छ भारत अभियान की मंजूरी मिल गई ।
स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत प्रधानमंत्री जी द्वारा गांधी जी की 145 वीं जन्मदिवस पर 2 अक्टूबर 2014 को शुरू किया गया ।
प्रधानमंत्री जी ने राजपथ पर संबोधित करते हुए स्वच्छ भारत अभियान को ज्यादा से ज्यादा फैलाने को कहा और देश को साफ बनाने के लिए सबसे अपना- अपना सहयोग देने की मांग की । प्रधानमंत्री जी ने सफाई के लिए शपथ लिया था I
लोगो को जागरूक करने के लिए प्रधानमंत्री जी ने खुद वाल्मीकि बस्ती में झाड़ू लगाया ।उनसे प्रभावित होकर कई ऐसे और नेता थे जिन्होंने अपने कार्यालय स्थल पर झाड़ू लगा कर लोगो के मनोबल को बढ़ावा दिया ।
हालांकि 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के दिन सभी सरकारी स्कूल ,कार्यालय, अस्पताल आदि जगहों पर छुट्टी होती थी लेकिन उस दिन सभी सरकारी कार्यालयों को खोला गया स्कूल के छात्र छात्राओं ने भी इस योजना में बढ़ चढ़ कर भाग लिया ।देश को साफ रखने के लिए जरूरी है हमारे आने वाली पीढ़ी को साफ सफाई की आदत लगाई जाए
सभी छात्र छात्राओं ने स्कूल की सफाई किया साथ ही साथ सभी सरकारी स्थानों में साफ सफाई किया गया था ।
लक्ष्य
Swachh Bharat Abhiyan का लक्ष्य था पूरे भारत को पांच वर्षो में साफ किया जाएगा जिसके लिए सभी नागरिक से गुजारिश है वह साल में 100 घंटे सफाई को दे।
उन सभी चीज़ो में बदलाव किया जाये जिससे गंदगी फ़ैल रही हैI
उद्देश्य
खुले में शौच : भारत में कई जगह अभी भी ऐसे है जहां खुले में शौच किया जाता है जैसे नदी , तालाब ,खेत आदि जिससे गंदगी के साथ साथ बीमारी फैलने का डर अधिक बना रहता है ।
जागरूक करना : स्वच्छता के प्रति हमारा दायित्व है हम खुद भी साफ सफाई रखें और आस पड़ोस में सबको इसके लिए जागरूक करें
ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की सफाई : साफ सफाई के ग्रामीण क्षेत्र से लेकर शहरों तक की सफाई का उद्देश्य रखा गया है ।
5 वर्षो में भारत को स्वच्छ बनाना : भारत सरकार ने 5 वर्षो में इस योजना को सफल करने का निर्णय लिया है ।
शारीरिक सफाई : देश को साफ़ करना ही है इसके साथ साथ हम खुद की भी सफाई रखे I
स्वच्छ भारत अभियान की आवश्यकता
इस अभियान की आवश्यकता इसलिए पड़ी क्योंकि देखा गया गंदगी से लाखो के संख्या में लोग बीमार पड़ रहे थे । आर्थिक तंगी की वजह से उनकी बेवजह मौत हो रही थी ।
2 ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे लोगों के जीवन स्तर को सुधारना
3 साफ सफाई के लिए आवश्यक चीजों पर गौर करना
4 देश को हरियाली बनाना
5 पॉलिथीन का इस्तेमाल कम करके पशुओं की जान बचाना
6 साफ सफाई रख कर प्रदूषण कम करना
7 पर्यटन स्थल को साफ नहीं रखने की वजह से आर्थिक नुकसान होता है
भारत स्वच्छ ना होने के कारण
खुले में शौच : गाँव में शौचालय नहीं होने के कारण लोग खुले में शौच करते है जो गंदगी का सबसे पहला स्थान है
जनसंख्या : अधिक जनसंख्या के कारण गंदगी भी अधिक हो रही है क्योंकि लोग स्वच्छता के प्रति जागरूक नहीं है जितना अधिक लोग अपना कूड़ा चारो तरह फैलाएं गंदगी उतनी ज्यादा हो होगी उन गंदगी को साफ करने में लागत भी अधिक लग जाती है ।
कचरे रखने का अभाव : जिस मात्रा से रोज कचरा इकठ्ठा होता है उसका सही उपयोग नहीं होने की वजह से कचरा दिन पर दिन बढ़ता चला जाता है
कारखानों की लापरवाही
कारखानों में काम करने वाले लोग आधे से ज्यादा कचरा पास के नदी में फेंक देते है जिससे वातावरण प्रदूषित होता है ।
अपवाह
कई लोगों का मानना है पूजा की मूर्ति , जली हुई अगरबत्ती आदि नदियों में बहाने से शुभ होता है भारत में अधिक आबादी नदियों में पूजा का सामान बहाते है जिससे गंदगी बढ़ता है।
शिक्षा का अभाव : शिक्षित ना होने के कारण लोग साफ सफाई से भली भांति परिचित नहीं होते है जिससे भी गंदगी फैलती है ।
Swachh Bharat Abhiyan में अन्य योगदान
भारत सरकार ने कुछ ऐसे महान हस्तियों को चुना है जो लोगो को जागरूक कर सके । इन लोगों को जनता अधिक पसंद करते है। इनका कार्य है अपने आस पास के क्षेत्रों को साफ रखना
1 सचिन तेंडुलकर (क्रिकेटर)
2 महेंद्र सिंह धोनी (क्रिकेटर)
3 विराट कोहली (क्रिकेटर )
4 बाबा रामदेव ( योग गुरु)
5 प्रियंका चोपड़ा (अभिनेत्री)
6 अनिल अंबानी (उद्योगपति )
7 कमल हसन (अभिनेता )
8 मृदुला सिन्हा (लेखिका )
9 तारक मेहता का उल्टा चश्मा की टीम
स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय अभियान
मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधीन ये अभियान 25 सितंबर 2014 से 31 अक्टूबर 2014 तक सभी केंद्र विद्यालयों में ये अभियान चलाया गया ।
1 जिसमे विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया
2 प्रतिदिन शारीरिक सफाई से लेकर विद्यालयों की सफाई करना
3 आस पास के क्षेत्रों में नारा लगा कर लोगों को भी जागरूक करना
4 विद्यालयों में पीने के पानी से लेकर शौचालय ,भोजन की सफाई करना।
5 स्कूलों में पेड़ पौधे लगाना
6 स्कूल में प्रत्येक कक्षाओं में कूड़ेदान रखना
7 सप्ताह में दो दिन सफाई अभियान चलाना
8 स्वच्छ भारत के लिए सभी बच्चो को शपथ दिलाया गया था
निष्कर्ष:
साफ सफाई रखना हमारा दायित्व है जब तक हम साफ भी करेंगे तब तक देश साफ नही हो सकता । महात्मा गांधी जी का सपना पूरा जरूर होना चाहिए हालांकि स्वच्छ भारत अभियान का पांच वर्ष पूरा हो चुका है लेकिन देश अभी भी पूरी तरह साफ नहीं हुआ खुशी की बात है
Swachh Bharat Abhiyan से लोग जागरूक हो रहे है लोग उत्साहित होकर स्वच्छता के प्रति सहयोग कर रहें है । अपने लक्ष्य में काफी हद तक सफल हो गए है I
ग्रामीण क्षेत्रों में कई जगह शौचालय बन गया है । स्वच्छ भारत अभियान में हम सब मिलकर सहयोग दे तो वो दिन दूर नहीं होगा जब भारत भी विदेशों की तरह साफ देश होगा।
सड़के, गलियां ,गलियां ,नदी साफ होगा हमारा वातावरण प्रदूषित नहीं होगा । इसके लिए जरूरी नही है हम सब सफाई कर्मचारी के भरोसे बैठे उनके साथ साथ हम सब अगर देश को साफ करने में ईमानदारी दिखाए ।
आइए हम सब मिलकर निर्णय लेते है
अब नही गंदगी फैलाना है
भारत को स्वच्छ बनाना है ।